Saturday, 7 March 2015

सेवा और पीएसएफ ने मनाया महिला दिवस

सहारनपुर। प्रख्यात सामाजिक संगठन स्मार्ट एजुकेशन एण्ड वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) सेवा और परवेज़ सागर फॉउन्डेशन (पीएसएफ) ने महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिलाओं और बालिकाओं से अपने अधिकारों के प्रति जागरुक होने का आह्वान किया। दोनों संस्थाओं ने नगर के एक कम्प्यूटर संस्थान की छात्राओं को महिला दिवस की महत्ता और महिला अधिकारों के बारे में बताया। छात्राओं को एशियन गर्ल कैम्पेन और 'चुप्पी तोड़, हल्ला बोल'अभियान के बारे में जानकारी भी दी गई।

भारत में एशियन गर्ल कैम्पेन की पार्टनर स्मार्ट एजुकेशन एण्ड वैलफेयर एसोसिएशन (रजि.) सेवा और परवेज़ सागर फॉउन्डेशन (पीएसएफ) ने महिला दिवस पूरे उत्साह के साथ के मनाया। चिलकाना रोड़ स्थित एक कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगीत से की गई। 

इस मौके पर सेवा के समन्व्यक एम.तनवीर 'मोनू' ने कहा कि हर साल पूरी दुनिया में महिला दिवस मनाया जाता है लेकिन उसके बावजूद महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा में कमी नहीं आ रही है। यहां तक समाज में रहने वाली कई महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर आवाज़ तक नहीं उठाती। वे जुर्म सहती रहती हैं जिससे उनके प्रति अपराध को बढावा मिलता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति हिंसा बंद होनी चाहिए। उन्हें समाज में समान अधिकार प्राप्त हैं। ज़रूरत इस बात की है कि महिलाएं शिक्षित हों, अपने अधिकारों के प्रति जागरुक हों। आवाज़ उठाएं, अपने हक़ के लिए लड़ें। तभी महिला दिवस का मतलब सार्थक होगा। तनवीर ने छात्राओं से आह्वान किया कि वे खुद भी जागरुक हों और अपने आस-पास की महिलाओं को भी जागरुक करें।

सेवा और पीएसएफ की जनसम्पर्क अधिकारी श्रीमती नीना ने छात्राओं को दोनों संस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सेवा और पीएसएफ दो ऐसे गैर लाभकारी संगठन हैं जो बिना किसी आर्थिक सहायता के छः सालों से महिलाओं और बच्चों के अधिकारों और उनकी शिक्षा के लिये काम कर रहे हैं। महिलाओं और बालिकाओं के साथ होने वाले घरेलू अपराध और हिंसा चिंता का विषय है। उन्होने छात्राओं से आह्वान किया कि वे चुप ना रहें अपने साथ होने वाली ज़्यादतियों के खिलाफ आवाज़ उठायें। अब चुप रहने का दौर खत्म हो चुका है। अब बोलने की बारी है।

संस्थान की अध्यापिका शैली त्यागी ने इस मौके पर लड़कों के समकक्ष लड़कियों के घटते लिंग अनुपात पर चिन्ता ज़ाहिर की। उन्होने कहा महिलाओं को सम्मान देने वाले समाज का निर्माण करने की जरूरत है। कार्यक्रम के अंत में सेवा और पीएसएफ की और से कम्प्यूटर संस्थान के प्रबंधन का आभार जताया गया। इस अवसर पर शीतल, प्रियंका, रुकैय्या, सुरैय्या, संगीता, हेमलता,पूजा, स्वाति आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। संचालन शैली त्यागी ने किया।